2575.पूर्णिका
2575.पूर्णिका
🌷⚘यूं ही मुस्कुराते रहो🌷⚘
22 22 212
यूं ही मुस्कुराते रहो ।
मन चमन सजाते रहो।।
जीवन तो आनंद है ।
लुफ्त रोज उठाते रहो।।
हरदम वक्त के साथ तुम ।
दुनिया महकाते रहो ।।
मंजिल ही मंजिल मिले।
बस कदम बढ़ाते रहो ।।
अपना खेदू प्यार से।
दामन हँसाते रहो ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
8-10-2123रविवार