2553.पूर्णिका
2553.पूर्णिका
🌷जो कदम बढ़ाते है 🌷
22 22 22
जो कदम बढ़ाते है ।
पथ सुगम बनाते हैं ।।
तलवार नहीं तो क्या।
बस कलम चलाते हैं ।।
देखो महके जीवन ।
चमन हम सजाते हैं ।।
यूँ खुशियाँ ही खुशियाँ ।
प्यार गम मिटाते हैं ।।
बदलेंगे जग खेदू।
सच कसम खिलाते हैं ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
4-10-2023बुधवार