2532.पूर्णिका
2532.पूर्णिका
🌹कुछ करो या ना करो 🌹
212 2212
कुछ करो या ना करो ।
नेक दुनिया से डरो ।।
जिंदगी यूँ चहकती ।
रोज तुम आहें भरो ।।
फल है मेहनत का।
रात दिन खुश हो मरो ।।
हौसला हरदम बढ़े ।
इस जहाँ का दुख हरो ।।
महकते खेदू चमन ।
बस जरा धीरज धरो ।।
……..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-9-2023शनिवार