Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2023 · 1 min read

2522.पूर्णिका

2522.पूर्णिका
🌷सच कहती है दुनिया🌷
22 22 22
सच कहती है दुनिया।
दर्द सहती है दुनिया।।
बरसे बादल बरबस।
बस बहती है दुनिया ।।
नेक कर्मों से जीवन ।
खुश रहती है दुनिया ।।
पूनम का चाँद जहाँ ।
यूं चहती है दुनिया।।
अब छोड़ निशां खेदू।
कब ढ़हती है दुनिया।।
…….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-9-2023शुक्रवार

202 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
धनतेरस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
"कर्म का मर्म"
Dr. Kishan tandon kranti
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
गुमनाम 'बाबा'
शिकायत करते- करते
शिकायत करते- करते
Meera Thakur
एहसास के सहारे
एहसास के सहारे
Surinder blackpen
ନବଧା ଭକ୍ତି
ନବଧା ଭକ୍ତି
Bidyadhar Mantry
एक चाय में बेच दिया दिल,
एक चाय में बेच दिया दिल,
TAMANNA BILASPURI
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
फूलों के साथ महक का सच हैं।
फूलों के साथ महक का सच हैं।
Neeraj Agarwal
..
..
*प्रणय*
जिसने शौक को दफ़्नाकर अपने आप से समझौता किया है। वह इंसान इस
जिसने शौक को दफ़्नाकर अपने आप से समझौता किया है। वह इंसान इस
Lokesh Sharma
आज के युग में कल की बात
आज के युग में कल की बात
Rituraj shivem verma
“आज की मेरी परिकल्पना”
“आज की मेरी परिकल्पना”
DrLakshman Jha Parimal
3991.💐 *पूर्णिका* 💐
3991.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जो जीते जी इंसान की कद्र नहीं करता।
जो जीते जी इंसान की कद्र नहीं करता।
Rj Anand Prajapati
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
Sanjay ' शून्य'
जब भी दिल का
जब भी दिल का
Neelam Sharma
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सफलता
सफलता
Paras Nath Jha
ನನ್ನಮ್ಮ
ನನ್ನಮ್ಮ
ಗೀಚಕಿ
वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं।
वो बस सपने दिखाए जा रहे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कृषक की उपज
कृषक की उपज
Praveen Sain
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मित्रता
मित्रता
Shashi Mahajan
आकांक्षा : उड़ान आसमान की....!
आकांक्षा : उड़ान आसमान की....!
VEDANTA PATEL
Loading...