2482.पूर्णिका
2482.पूर्णिका
राहत मिली जब समस्या हल हुई
2212 22 2212
राहत मिली जब समस्या हल हुई ।
कलियाँ खिली जब समस्या हल हुई ।।
ये जिंदगी जी बाजी हार के ।
साथी यहाँ जब समस्या हल हुई ।।
ना गरजते वो बादल बरसते ।
धारा बही जब समस्या हल हुई ।।
दरकार जिनसे थी गायब कहाँ ।
पूछे वही जब समस्या हल हुई ।।
मजबूरियाँ खेदू सब समझते ।
बस प्यार से जब समस्या हल हुई।।
……✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
18-9-2023सोमवार