दवाखाना से अब कुछ भी नहीं होता मालिक....
*****सबके मन मे राम *****
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
करते हो क्यों प्यार अब हमसे तुम
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
ग्रीष्म ऋतु
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
9.The Endless Search
Santosh Khanna (world record holder)
कविता
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
निलय निकास का नियम अडिग है