मानसिक और भावनात्मक तकलीफ
जिन्हें "हिंसा" बचपन से "घुट्टी" में मिला कर पिलाई जाएगी, वे
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
कविता जीवन का उत्सव है
Anamika Tiwari 'annpurna '
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
महफिलों में अब वो बात नहीं
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
"" *गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं* ""
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
सफलता और खुशी की कुंजी हमारे हाथ में है, बस हमें उस कुंजी का
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
इश्क़ एक सबब था मेरी ज़िन्दगी मे,
हो सके तो खुद के मित्र बनें शत्रु नहीं
हम हिम्मत हार कर कैसे बैठ सकते हैं?
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो