हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पाँव की पायल
singh kunwar sarvendra vikram
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
अपने जीवन में सभी सुधार कर सकते ।
जहां शिक्षा है वहां विवेक है, ज्ञान है।
गुत्थियों का हल आसान नही .....
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
दिल को लगाया है ,तुझसे सनम , रहेंगे जुदा ना ,ना बिछुड़ेंगे
गुमनाम सा शायर हूँ अपने लिए लिखता हूँ
kanhauli estate - Ranjeet Kumar Shukla
ज़िन्दगी से नहीं कोई शिकवा,