2411.पूर्णिका
2411.पूर्णिका
🌹साथ नहीं रहता तो क्या🌹
22 22 22 2
साथ नहीं रहता तो क्या ।
राज नहीं रहता तो क्या।।
चलते चलते रुक गए ।
जोश नहीं रहता तो क्या ।।
हम फूलों की तरह यहाँ ।
चमन नहीं रहता तो क्या ।।
बहके बहके जग अपना ।
होश नहीं रहता तो क्या ।।
जीत गया वक्त भी खेदू।
सोच नहीं रहता तो क्या ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-7-2023सोमवार