2395.पूर्णिका
2395.पूर्णिका
🌹तुमसे मिलें जमाने हो गए🌹
2212 122 212
तुमसे मिलें जमाने हो गए ।
अपना किस्सा पुराने हो गए ।।
यूं आज पांव चूमे मंजिलें ।
माथा पच्ची लगाने हो गए ।।
ये जिंदगी निखरती प्यार से ।
दरियादिली दिखाने हो गए ।।
मकसद नहीं किसी का दिल दुखे।
नाहक यहाँ सताने हो गए ।।
अफ़सोस है हमें खेदू यही ।
इंसानियत ठिकाने हो गए ।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
13-7-2023गुरुवार