2393.पूर्णिका
2393.पूर्णिका
🌹पाना है तो कुछ खोना है 🌹
22 22 22 22
पाना है तो कुछ खोना है ।
हाँस कभी हरदम रोना है ।।
बात नहीं करते हित की अब ।
बस खाना पीना सोना है ।।
दुनिया भी अजब गजब देखो ।
अपना फकत वही होना है ।।
प्यार कहे साथ रहे हम सब ।
प्यारा खुशियों का कोना है ।।
पाकर जीवन मस्त है खेदू ।
बोते बीज यहाँ बोना है ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
12-7-2023बुधवार