2388.पूर्णिका
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2388.पूर्णिका
🌹तेरी अदाएं घायल करती🌹
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तेरी अदाएं घायल करती ।
यूं धडकनें डायल करती ।।
हम जान पाए आँखों से सब ।
जब छम छमा पायल करती ।।
है प्यार भी तो तुझसे बेहद।
सच चाहतें कायल करती ।।
दिल खूबसूरत अपना यारों ।
खुद ही जन्नत आ रायल करती ।।
दुनिया यहाँ दीवानी खेदू ।
जैसे कुहू कू कोयल करती ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
10-7-2023सोमवार