2315.पूर्णिका
2315.पूर्णिका
🌷नाम क्या बदनाम क्या🌷
212 2212
नाम क्या बदनाम क्या ।
काम क्या परिणाम क्या ।।
अजब गजब यहाँ वहाँ ।
सुबह क्या ये शाम क्या ।।
देखते क्या देखते ।
पूछते हैं दाम क्या ।।
जिंदगी है जिंदगी ।
मौत क्या सुखधाम क्या ।।
सच जहाँ खेदू कहे ।
जाम क्या अंजाम क्या ।।
…………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
28-7-2023 शुक्रवार