Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2023 · 1 min read

23/79.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/79.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 रोबे ता रोथे🌷
22 22 2
रोबे ता रोथे ।
बोबे ता बोथे।।
कइसन हे जिनगी।
खोबे ता खोथे ।।
महकत ये बगियां ।
मोबे ता मोथे।।
दिन बीते रतिहा ।
धोबे ता धोथे ।।
भटकत जे खेदू ।
सोबे ता सोबे।।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
26-10-2023गुरुवार

166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*कण-कण में तुम बसे हुए हो, दशरथनंदन राम (गीत)*
*कण-कण में तुम बसे हुए हो, दशरथनंदन राम (गीत)*
Ravi Prakash
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
नौतपा
नौतपा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दर्द सुर्खी है
दर्द सुर्खी है
Manoj Shrivastava
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
में ही हूं, मैं ही कहानी
में ही हूं, मैं ही कहानी
पूर्वार्थ
नकाब पोश
नकाब पोश
ओनिका सेतिया 'अनु '
शीर्षक- *मजदूर*
शीर्षक- *मजदूर*
Harminder Kaur
भ्रम
भ्रम
Mukund Patil
3939.💐 *पूर्णिका* 💐
3939.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
Vibha Jain
गीतिका और ग़ज़ल
गीतिका और ग़ज़ल
आचार्य ओम नीरव
मुझसे बुरा इंसान कोई नहीं
मुझसे बुरा इंसान कोई नहीं
Sonam Puneet Dubey
कहानी
कहानी
Rajender Kumar Miraaj
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
मेरा भगवान तेरा भगवान
मेरा भगवान तेरा भगवान
Mandar Gangal
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इक ज़माना हो जाता है …
इक ज़माना हो जाता है …
sushil sarna
*Fear not O man!*
*Fear not O man!*
Veneeta Narula
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
मानक
मानक
Khajan Singh Nain
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
..
..
*प्रणय*
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
नुक्ते के दखल से रार–प्यार/ मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
एक छोटी सी रचना आपसी जेष्ठ श्रेष्ठ बंधुओं के सम्मुख
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
" गिला "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...