23/25.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/25.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷देख सुन के चलव रे भाई 🌷
212 2122 22
देख सुन के चलव रे भाई ।
हाथ अपन झन मलव रे भाई ।।
ये जमाना ह अलकरहा हे।
तुमन सुघ्घर पलव रे भाई ।।
दुख नई जानय इहां कोनो ।
करलई रोज देखव रे भाई ।।
अंधियारी भगाही सिरतो ।
नेक अंजोर बांटव रे भाई ।।
बदलही सोच ले खेदू सब ।
आज सच ले जुड़व रे भाई ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
17-10-2023मंगलवार