Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2023 · 1 min read

23/190.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/190.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 दुनिया चेंधत रथे 🌷
22 2212
दुनिया चेंधत रथे ।
जिनगी रेंगत रथे ।।
बइला भइसा इहां ।
मनखे खेदत रथे ।।
हिरदे बनगे चन्नी ।
संगी छेदत रथे ।।
काहत फुटहा करम ।
मउका नेंदत रथे ।।
जाथे खेदू जिहां ।
आरो लेवत रथे ।।
……✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
11-12-2023 सोमवार

158 Views

You may also like these posts

"यादें और मैं"
Neeraj kumar Soni
समय
समय
Arun Prasad
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
Suryakant Dwivedi
लोग मेरे  इरादों को नहीं पहचान पाते।
लोग मेरे इरादों को नहीं पहचान पाते।
Ashwini sharma
जन्म से
जन्म से
Santosh Shrivastava
समय सदा एक सा नही रहता है।
समय सदा एक सा नही रहता है।
Mangu singh
प्रवासी चाँद
प्रवासी चाँद
Ramswaroop Dinkar
परम् गति दियऽ माँ जगदम्बा
परम् गति दियऽ माँ जगदम्बा
उमा झा
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
gurudeenverma198
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मनु
मनु
Shashi Mahajan
नसीब नसीब की बात होती है कोई नफरत देकर भी प्यार पाता है कोई
नसीब नसीब की बात होती है कोई नफरत देकर भी प्यार पाता है कोई
Ranjeet kumar patre
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
चाहकर भी जता नहीं सकता,
चाहकर भी जता नहीं सकता,
डी. के. निवातिया
*बेटियाँ (गीतिका)*
*बेटियाँ (गीतिका)*
Ravi Prakash
■ मानवता से दानवता की ओर जाना काहे का विकास?₹
■ मानवता से दानवता की ओर जाना काहे का विकास?₹
*प्रणय*
सत्य,”मीठा या कड़वा”
सत्य,”मीठा या कड़वा”
मनोज कर्ण
शिव शून्य है,
शिव शून्य है,
पूर्वार्थ
" पहचान "
Dr. Kishan tandon kranti
दिल की बात
दिल की बात
Bodhisatva kastooriya
भोर सुनहरी
भोर सुनहरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Thunderbolt
Thunderbolt
Pooja Singh
गरीबी  बनाती ,समझदार  भाई ,
गरीबी बनाती ,समझदार भाई ,
Neelofar Khan
समझ न पाया कोई मुझे क्यों
समझ न पाया कोई मुझे क्यों
Mandar Gangal
सम्मान गुरु का कीजिए
सम्मान गुरु का कीजिए
Harminder Kaur
सत्यदेव
सत्यदेव
Rajesh Kumar Kaurav
दोनों मुकर जाएं
दोनों मुकर जाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
4624.*पूर्णिका*
4624.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चांद तो चांद ही
चांद तो चांद ही
shabina. Naaz
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...