23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 कोनो समझ पाय नहीं 🌷
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कोनो समझ पाय नहीं ।
मरना कुछु उपाय नहीं ।।
जिनगीभर करय तैं का।
दुनिया ला बताय नहीं ।।
देखत निकलगे बेरा।
बइठे ला दिखाय नहीं ।।
कइसे हे मया पीरित ।
हिरदे ला लगाय नहीं ।।
चिनही कोन खेदू अब।
चिंहारी कराय नहीं ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-10-2023सोमवार