23/126.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/126.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 मोर मयारु मैना ओ🌷 22 22 22 2
मोर मयारु मैना ओ ।
हिरदे के बनकैना ओ।।
रुख लगय ओरी ओरी ।
देखत रहिथे नैना ओ।।
ये हमर मया के बंधना।
मिल जाथे मन रैना ओ।।
किरिया खावे कोनो ला।
सिरतोन नई चैना ओ।।
जोही दौना हे खेदू।
फइला पंछी डैना ओ ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
07-11-2023सोमवार