23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 ये जिनगी पाना डारा कस🌷
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ये जिनगी पाना डारा कस।
सच खुंदे माते गारा कस।।
का कर लेबे संगी तेहर ।
हाल अपन वक्त के मारा कस।।
देख सुवारथ मा मनखे मन ।
बस खावत रहिथे चारा कस।।
दीया बारय अंजोर इहां ।
चमकत हे देखव तारा कस।।
हांसी दिल्लगी नोहे खेदू ।
बन झारत रहिथे झारा कस।
……….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
02-11-2023गुरुवार