23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷बिकट मया संगी बर 🌷
22 22 22
बिकट मया हे संगी बर ।
हाजिर जां हे संगी बर।।
हिरदे के बात बताते ।
ये जिनगी हे संगी बर ।।
हांसत गावत बीते दिन ।
मस्त दुनिया हे संगी बर ।।
पीरा काबर मरहम का ।
सुघ्घर इहां हे संगी बर ।।
संगत मा रंगत खेदू ।
जीना अब हे संगी बर ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
29-10-2023रविवार