Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2023 · 1 min read

23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका

23/09.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 मरना होगे सबला का कहिबे🌷
22 22 22 22 2
मरना होगे सबला का कहिबे।
मरही जनता हमला का कहिबे।।
होथे अनते तनते तुम देखव ।
बेमौसम बरसा जी का कहिबे।।
मस्त तरिया नरवा घाट घटौंदा।
रोज नहाथे डूबक का कहिबे।।
राज करइया करत रथे भइया ।
भरथे अपन तिजोरी का कहिबे ।।
नंगत खाथे खावन दे खेदू ।
भूखमर्रा भूख मरय का कहिबे।।
………….✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-10-2023शनिवार

347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
Otteri Selvakumar
दुःख  से
दुःख से
Shweta Soni
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
ruby kumari
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
रिश्ते और तहज़ीब
रिश्ते और तहज़ीब
पूर्वार्थ
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
भ्रम अच्छा है
भ्रम अच्छा है
Vandna Thakur
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
मैं पत्थर की मूरत में  भगवान देखता हूँ ।
मैं पत्थर की मूरत में भगवान देखता हूँ ।
Ashwini sharma
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
नमन है_मेरा वीर_नारी आप_को..🙏💐
नमन है_मेरा वीर_नारी आप_को..🙏💐
Shubham Pandey (S P)
राष्ट्रीय भाषा हिंदी
राष्ट्रीय भाषा हिंदी
Santosh kumar Miri
कर्मठ राष्ट्रवादी श्री राजेंद्र कुमार आर्य
कर्मठ राष्ट्रवादी श्री राजेंद्र कुमार आर्य
Ravi Prakash
योगा मैट
योगा मैट
पारुल अरोड़ा
खुद को महसूस
खुद को महसूस
Dr fauzia Naseem shad
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
Anand Kumar
3148.*पूर्णिका*
3148.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ट्रंप बनाम हैरिस
ट्रंप बनाम हैरिस
Ram Krishan Rastogi
राजनीति
राजनीति
Awadhesh Kumar Singh
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
कवि दीपक बवेजा
अगर न बने नये रिश्ते ,
अगर न बने नये रिश्ते ,
शेखर सिंह
आया जो नूर हुस्न पे
आया जो नूर हुस्न पे
हिमांशु Kulshrestha
..
..
*प्रणय*
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
Sonam Puneet Dubey
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम अब खंडित रहेगा।
प्रेम अब खंडित रहेगा।
Shubham Anand Manmeet
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
Kalamkash
"Becoming a writer is a privilege, but being a reader is alw
Manisha Manjari
बहुत छुपाया हो गई,
बहुत छुपाया हो गई,
sushil sarna
Loading...