(20) किस्मत के फूल
किस्मत के फूल धूप या,
छांव में नहीं उगते,
ये तो मेहनत से ,
उगाए जाते हैं।
भगवान को दोष,
वो लोग देते हैं।
जो घर बैठ कर,
मुफ़्त में पैसो को उड़ाए जाते हैं।
किस्मत किसी की अच्छी,
या खराब नहीं होती।
किस्मत के फूल तो,
हाथों के कर्म से बनाए जाते हैं।
बिना हाथों को हिला ए ,
तो हम भोजन भी नहीं कर सकते।
फिर क्यों सोचते हो कि,
मां- बाप ही हमें कमाकर दें।
कोशिश करते रहो एक- न – एक,
दिन सफलता जरूर मिलेगी।
कब तक किस्मत खराब है,
का रोना रोते रहोगे,
किस्मत की गाड़ी एक ,
दिन अपने कदमों में रखोगे।