Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

2. खाओ शपथ उन वीरों की

देश की आजादी को,
बर्बाद ना होने दीजिये ।
ये देश हमसभी का हैं,
और हमसब इस देश के ।।

कितनी माताओं की गोद सुनी हुई,
कितने ही बच्चे अनाथ हुए ।
किसी का सिंदुर गया,
तो किसी का राखी गया ।।

ना कल उसे कोई फर्क पड़ा था,
ना आज उसे कोई फर्क पड़ेगा ।
ना कल कोई उसके साथ लड़ा था,
ना आज कोई उसके साथ लड़ेगा ।।

वो वीर था, बलसाली था ।
वो अंग्रेजों की आँखों का, एकदम से लाली था ।।

ऐ नेताओं, ऐ जनताओं !
अपनी आँखों मे जरा, शर्म करो तुम ।
तेरे जैसों के चलते ही, देश मेरा गुलाम था ।।

तेरे बेटा, तेरे चलते ही, देश पर कुर्बान था ।
गुलामी का चोला पहने आज भी हो,
गुलामी का चोला पहले आम था ।
हुकुमत न मानने की सजा, पहले कत्लेआम था ।।

आज तुम आजाद हो और आजादी में जियो ।
नैतिक संबंधों के लिए, बस रस प्रेम का पियो ।।

वर्षों बाद, हमारे चलते ही, देश का ऐसा हाल है ।
नेता और सरकारी कर्मी, दोनों मालामाल हैं ।
किसान और मजदूर कार्यकर्ता,
बस यही लोग बेहाल हैं ।।

खाओ शपथ तुम, उनवीरों की,
जिसने हमें यह आजादी दी ।
माँग सको तो माँगो वरदान, उन शूरवीरों से,
हमें आजादी दीजिए ।
भ्रष्ठ शासन और प्रशासन का,
भक्षण आप ही कीजीये ।
नहीं तो जैसा जज्बा आपमें था,
वैसा ही जज्बा दीजीये ।।

कवि –मन मोहन कृष्ण
तारीख – 21/04/2018
समय – 12 : 43 (दोपहर)

Language: Hindi
1 Like · 91 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
हिंदुत्व अभी तक सोया है, 2
हिंदुत्व अभी तक सोया है, 2
श्रीकृष्ण शुक्ल
हे विश्वनाथ महाराज, तुम सुन लो अरज हमारी
हे विश्वनाथ महाराज, तुम सुन लो अरज हमारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
साँवरिया
साँवरिया
Pratibha Pandey
अधूरापन
अधूरापन
Dr. Rajeev Jain
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
"यादों के उजाले"
Dr. Kishan tandon kranti
सुख - डगर
सुख - डगर
Sandeep Pande
*पर्वतों की सैर*
*पर्वतों की सैर*
sudhir kumar
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
Rj Anand Prajapati
देख लो आज़ उसकी चिट्ठी आई है,
देख लो आज़ उसकी चिट्ठी आई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
अधुरे सपने, अधुरे रिश्ते, और अधुरी सी जिन्दगी।
Ashwini sharma
अगर पुरुष नारी में अपनी प्रेमिका न ढूंढे और उसके शरीर की चाह
अगर पुरुष नारी में अपनी प्रेमिका न ढूंढे और उसके शरीर की चाह
Ranjeet kumar patre
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
इशरत हिदायत ख़ान
3169.*पूर्णिका*
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
Mamta Singh Devaa
घर
घर
Shashi Mahajan
पीड़ाएँ
पीड़ाएँ
Niharika Verma
तुम न आये मगर..
तुम न आये मगर..
लक्ष्मी सिंह
मौन प्रेम प्रस्तावना,
मौन प्रेम प्रस्तावना,
sushil sarna
गुरु और गुरू में अंतर
गुरु और गुरू में अंतर
Subhash Singhai
* कष्ट में *
* कष्ट में *
surenderpal vaidya
😊एक दुआ😊
😊एक दुआ😊
*प्रणय*
*नेता बेचारा फॅंसा, कभी जेल है बेल (कुंडलिया)*
*नेता बेचारा फॅंसा, कभी जेल है बेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
Loading...