.
जी.. जी भर के जमाने से खुशियाँ छीनकर,
कुछ हसकर, कुछ गम भूलकर….
एक नए इरादे से जी, पुरानी बात भूलकर,
छिपा ले,अपने गमो को नई जिंदगी जीकर…
एक शोर आएगा, एक दिन.. थोड़ी मुस्कान लेकर,
जी उस दिन की, दीदार-ए-इंतजार मे, ख्वाब लेकर…
कुछ खोना पड़ेगा, वहा तक पहुंचने मे…
पर,सफर पर निकलना तो पड़ेगा, खुशियाँ लेकर..
मंजिल से ज्यादा मजा सफर का आएगा..
धीरज रख… एक दिन एक शोर आएगा…
एक दिन…. एक शोर आएगा…..
-: श्रेयस सारीवान