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21 Jan 2022 · 1 min read

नयनों में अगन रखते ये अधर सवाली हैं ,
नाज़ुक नहीं फूलों से गुलशन के माली हैं ,
वो दौर नहीं हम पर कोई हुकुम चलाएगा
इन हाथों ने भी अब तलवार उठा ली है ,,

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 281 Views
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