14 फरवरी 9 बजे शाम को पुलवामा कश्मीर में आतंकी हमले में वीर सपूतों की अश्रुपूरित श्रद्धांजली
——–ग़ज़ल——
कौन कहता आदमी वह तो इक शैतान है
जो वतन के इस चमन को कर रहा वीरान है
देखकर ग़मगीन मंज़र आज फिर कश्मीर का
दिल ये करता भेज दूँ रिपु को जहाँ शमशानहै
जो बहा कर खूँन अपना मुल्क़ को देते अमन
देश के प्यारे शहीदों पर हमें अभिमान है
कहके बन्दे मातरम् क़ुरबां हुए जो देश पर
आज उनका देश सारा कर रहा गुणगान है
चीख सुनकर माँ बहन बेटी का फटता है जिगर
बाप की वो सिसकियाँ क्या भूलना आसान है
चैन दिल को आएगा तब जब सुनेंगे ये ख़बर
दुश्मनों का शीष अस्सी लाया हिन्दुस्तान है
दो हमें आदेश “प्रीतम” हम भी सरहद पर लड़ें
चीर कर दुश्मन को रख दें दिल में ये अरमान है
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती(उ०प्र०)