1171 जय जय जय जय हिंदुस्तान
कर ले तू कुछ अच्छे काम ,
छोड़कर आलस और आराम।
छोड़ कर होना नाकाम ,
आज तू मन में ले ठान ।
नहीं होना है बदनाम।
छू लेना है आसमान ।
ईमानदारों में हो अपना नाम,
नहीं बनना है बेईमान।
ना हो बगल में छुरी मुंह में राम,
बनना है सच्चा इंसान ।
कर ले अच्छे बुरे की पहचान ,
ना बनना तू नादान।
जब बढे़गा तेरा मान
देश का भी होगा सम्मान।
जग में हो देश की पहचान,
जय जय जय जय हिंदुस्तान।