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16 Aug 2017 · 1 min read

? जय कन्हैया लाल की…?

?? जय कन्हैया लाल की ??
??????????

जसुदा नें पूत सपूत जनों,
अज भूमि चराचर हरषाई।
सुर नर मुनि सिग आनन्दित है,
नभ सुमन-राशि रहे बरसाई।
ऐसौ आनन्द भयौ ब्रज में,
जनु ‘तेज’ लहर सी है आई।
चौथेपन सकल लुटाय दियौ,
जग नें कनुआ सी निधि पाई।

??????????

दिल ते दिल जब मिल जाय कभू,
तौ दिल काबू नहि रह पावै।
रस कौ झरना दिन-रात बहै,
पर बात न दिल की कह पावै।
रसराज कन्हैया की धारा,
कोउ बिरलौ ही बह पावै।
जा दिल ते दिल की यारी कूं,
कर ‘तेज’ जतन ही सह पावै।

??????????
?तेज मथुरा

Language: Hindi
310 Views
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