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21 Apr 2022 · 1 min read

💐💐भक्त च भगवान् च💐💐

मोरें प्रौढ़ तनय सम ज्ञानी।बालक सुत सम दास अमानी।
ईश्वरस्य कृते ज्ञानीभक्ता: प्रौढ़ तनयः सदृश:।’अमानीभक्त’ इति बालक: सदृश:।यथा शिशो: माता विशेषं ध्यानं करोति यत् एषः बालक: कुत्रचित् सर्पः वृश्चिक: च न दंशत:।कुत्रचित् एतस्य पतनं न स्यात्।एतस्य कृते सा विशेषं सावधानतया परिचयं ददाति।सुष्ठु इत्थं ईश्वरापी स्वभक्तानां विशिष्ट: प्रकारेण मातावत् ध्यानं ददाति।

यो मा पश्यति सर्वत्र सर्वं च मयि पश्यति।
तस्याहं न प्रणश्यामि स च मे न प्रणश्यति।।
(श्रीमद्भ.गी. 6.30)

©अभिषेक: पाराशरः

Language: Sanskrit
Tag: Quotation
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