Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2016 · 1 min read

??? ????वो बूढ़ा है पर अब लाचार नहीं होगा

??? ???

? गजल ⭐
*********
वो बूढ़ा है पर अब लाचार नहीं होगा ।
कहता था बच्चों पर वो भार नहीं होगा ।
जिनको कन्धों पर लेकर नांचा हूँ अब तक ।
उन पर मेरा कोई अधिकार नहीं होगा ।
परिवार वही लेकिन वो बात नहीं होगी।
अब राम लखन जैसा अवतार नहीं होगा ।
जो जुल्फ झटककर उसने आज हमे देखा ।
कैसे कह दूँ अब मैं की प्यार नहीं होगा ।
जब हार चुके हों दिल मिलने की तमन्ना हो ।
स्वीकार मेरा तुमको क्यों हार नहीं होगा ।
चुपचाप हमें मिलने जब रात को आएगी ।
पायल से तेरी कैसे झंकार नहीं होगा ।
हम हाथ मिलाते हैं तुम घात लगाते हो ।
तुझ जैसा जमाने में गद्दार नहीं होगा ।
तू लाख करे कोशिश अब पाक मिटाने की ।
हस्ती जो मिटाये वो हथियार नहीं होगा ।
सर बाँध कफ़न निकले हम आज चढ़ाई पर ।
लाहौर तलक तेरा अधिकार नहीं होगा ।
हम शीश कटा देंगे कुर्बान हों सीमा पर ।
ए वीर कभी भी माँ लाचार नहीं होगा ।
********************************
वीर पटेल

406 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जमाना खराब हैं....
जमाना खराब हैं....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
कवि रमेशराज
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
किसी का कुछ भी नहीं रक्खा है यहां
Sonam Puneet Dubey
#हिरोशिमा_दिवस_आज
#हिरोशिमा_दिवस_आज
*प्रणय*
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
दिमाग शहर मे नौकरी तो करता है मगर
दिमाग शहर मे नौकरी तो करता है मगर
पूर्वार्थ
তুমি জে স্যাং থাকো তো
তুমি জে স্যাং থাকো তো
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
प्रेम शाश्वत है
प्रेम शाश्वत है
Harminder Kaur
कविता : आँसू
कविता : आँसू
Sushila joshi
क्रोध...
क्रोध...
ओंकार मिश्र
कभी कभी किसी व्यक्ति(( इंसान))से इतना लगाव हो जाता है
कभी कभी किसी व्यक्ति(( इंसान))से इतना लगाव हो जाता है
Rituraj shivem verma
बिटिया
बिटिया
Mukta Rashmi
गज़ल
गज़ल
Mamta Gupta
All you want is to see me grow
All you want is to see me grow
Ankita Patel
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
ग़ज़ल _ हाले दिल भी खता नहीं होता ।
Neelofar Khan
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
Taj Mohammad
कूष्माण्डा
कूष्माण्डा
surenderpal vaidya
****बहता मन****
****बहता मन****
Kavita Chouhan
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
Kumar lalit
मुहब्बत
मुहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
शेखर सिंह
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
*स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम कुमार बजाज*
*स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम कुमार बजाज*
Ravi Prakash
बहुत हुए इम्तिहान मेरे
बहुत हुए इम्तिहान मेरे
VINOD CHAUHAN
कठिन काल का काल है,
कठिन काल का काल है,
sushil sarna
"पहली बार"
Dr. Kishan tandon kranti
बहे संवेदन रुप बयार🙏
बहे संवेदन रुप बयार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...