??जीवन संगीत गाते है??
??जीवन संगीत गाते है??
कुछ साज खिंचने पर सुर में आते है,,
उन्हें ज़रा सी ढील क्या दो बेसुरे हो जाते है।।
तनने के बाद वो फिर कमाल का साथ निभाते है,,
हर थाप पर तकधिंन तकधिंन नाच नचाते है।।
सुंदर सी सुरमयी हर शाम हो जाती है,,
सभी के मन को सरगम के सुर लुभाते है।।
चल तुझको भी मन का संगीत सुना दू ,,
तेरे मेरे जीवन को सुगम संगीत बनाते है।।
झँनकारो से गुंजित हर पल हो जीवन ये,,
एक दूजे को गुंजित तान सुनाते है।।
सुरीला सा गान हो ये जिंदगी मेरी तेरी,,
आ ऐसी एक सुरीली शाम सजाते है।।
मन का भंवरा हुआ बावरा तेरे मस्त सुरन में,,
मनु मन तरंगित है गम सब हम भुलाते है।।
??मानक लाल मनु,,,,
??सरस्वती साहित्य परिषद,,,,