??विचारों का प्रयोजन= सही व उचित निर्णय=उद्देश्य प्राप्ति??
प्रयोजन संग उठते विचार,
मन को देते स्फूर्ति अपार,
साहस संचय की करते पुकार,
अगणित टक्कर दें बार-बार,
मत सोचो ऐसे दीन वचन,
क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।1।।
मन के विचार करते उभार,
रणभूमि या कर्मभूमि द्वार,
अदम्य साहस का करते प्रचार,
विजय मिले नाना प्रकार,
मत सोचो ऐसे दीन वचन,
क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।2।।
बुद्धि को मन पर करके सवार,
अंकुश से मन पर करके प्रहार,
मन ही है जो करता अत्याचार,
दुःख,कष्ट बढ़ाए सहस्त्र बार,
मत सोचो ऐसे दीन वचन,
क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।3।।
जीवन में आती है बहार,
सत्य, शीलमय हों विचार,
संघर्ष भी बन जाता रसदार,
अभिलाषा पूरी हो हर प्रकार,
मत सोचो ऐसे दीन वचन,
क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।4।।
***अभिषेक पाराशर***