【10】 आखें नम सबकी उनके लिए { शहीद }
आँखें नम सबकी उनके लिए, जो हमको अदव में छोड़ गये
जीवन भर साथ निभाना था, पर वो हम से मुख मोड़ गये
आँखें नम सबकी…………….
{1} खुशियों को नज़र लगी ऐसी, एक काफिला था जो बिखर गया
अंजान शख्स का हमला ही, भारत को आखिर अखर गया
धोखे से वार किया उसने, वे हमसे रिश्ता तोड़ गये
आँखें नम सबकी……………..
{2) ये सोच परेखा होता है, कातिल पहले भी माँफ किया
मुंहतोड़ जबाब जो दे देते, इस बार न रोता अपना जिया
नैनो को अंगारे देकर, वे दिल को तड़पता छोड़ गए
आँखें नम सबकी……………..
{3} गददारों को गददारी का, जबाब मिले यदि ब्याज सहित
मिट जाये उनका नामों निशाँ, दुनियाँ बन जाये कलह रहित
कितने घर हमले से उजड़े, हालात हमें झकझोर गये
आँखें नम सबकी……………..
{4} समझौते करना या हाथ धरे , बैठे रहना है कायरता
पुलवामा का हमला है ये, दिखती दुश्मन की बर्बरता
नाजों से पाला था जिनको, दिल के टुकड़े किस ओर गये
आँखें नम सबकी……………..
सीखः- हमें अपनों के भले के लिए दिल से दुआएं मांगनी चाहिए।
Arise DGRJ { Khaimsingh Saini }
M.A, B.Ed from University of Rajasthan
Mob. 9266034599