*【माँ सब दिला देती है】*
【माँ सब दिला देती है】
वक़्त के हर जख्म हर मलाल को भी भूला देती है,,,
अपने हिस्से की रोटी भी बच्चो को खिलाकर सुला देती है,,,
कोई कुछ नही दे सकता तुम्हे इस जहान में बिना मतलब के,,,
एक माँ ही है जो दिनरात का चैन शुकून औलाद पर गवा देती है,,,
किसी दर किसी भी चौखट पर नसीब नही खुल सकता,,,
एक माँ की वाह और दुआ ही हर तरफ जन्नत बना देती है,,,
वो कितनी भी चोट खाकर आज भी चुप है घर की खातिर,,,
वो नालायक औलाद एक दिन अपने घर से भगा देती है,,,
मतकर तू बन्दगी,अजान,प्रे,किसी मंदिर मजार,घर मे,,
मनु माँ जिस चौखट पे कदम रखदे बरकतें खुद आती है,,,
★मानक लाल मनु★