✒मांगी मैंने✒
✒मांगी मैने✒
घोर अंधेरी रातो से एक सुबह सुहानी मांगी मैने।।
यारों की चुपचाप जिंदगी मे एक कहानी मांगी मैने।।
मंदिर मस्जिद न गुरुद्वारा न ही गीरीजाघर मे।।
अपने दोनों हाथ उठाके दिल से यही दुवानी मांगी मैने।।
मेरे अपनो की रहो मैं कभी कंकड़ पथाड़ हो।।
बस जीवन को पार लगाने राह असानी मांगी मैने।।
मन की सारी मिटे वेदना तन भी सदा स्वस्थ रहे।।
जीवन के पल प्रतिपल मैं घड़ी सुहानी मांगी मैने।।
मनु मन की मनुहार यही है तेरे साथ रहने की चाह।।
मौसम कोई आये जाये झरना सी रवानी मांगी मैंने।।
✍मानक लाल मनु
?9993903313