✍️वो कौन है ✍️
वो हसीं ख़्वाब है, वो अफ़्ताब है,
क्या करे तारीफ़, क्या कहे,
जान है हमारी वो लाजवाब है,
मिले तो खुशकिस्मती न मिले तो दर्द है,
किस्मत से नहीं दिल से मानते है हमें अपना,
वो सच्चे हमदर्द है,
उनके आते ही सारी तकलीफ़ें चली जाती है,
उनके आते ही खुशियाँ दौड़ कर आती है,
मरते हुए इंसान को साँसें दी उन्होंने,
उनकी मोहब्बत का असर तो देखिये,
रोती हुई मेरी आँखें भी खिलखिला जाती है,
अब दिल की तमन्ना सिर्फ इतनी ही है,
अपनी सांसो को उनके हवाले करना है,
उनके नाम से जीना है, उनके नाम से मरना है।
✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी