✍️वास्तव….
आप ढूँढ रहे हो
आसमाँ में दूसरी
परजीवी दुनिया को
और यहाँ आदमी
की नस्ल को बाँट रखा है
धर्म,जाती,भाषा और प्रांतो में..!
हमने सुना था
आपकी कल्पनाओं
की लाखो मील दूर दुनिया में
करोड़ो देवी देवताओं का वास है
फिर आप उन्हें क्यूँ नही ढूँढते..?
परजीवी आपकी
धर्म,जाती,भाषा और प्रांत
समझे या ना समझे
देवी देवतायें जरूर समझ जायेंगे
ये मसलो की उत्पत्ती उन्ही से तो है…!
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©✍️’अशांत’ शेखर
16/11/2022