काह कहों वृषभानु कुंवरि की
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
समस्या विकट नहीं है लेकिन
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*अपना-अपना दृष्टिकोण ही, न्यायाधीश सुनाएगा (हिंदी गजल)*
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
- तेरे लिए मौत से भी लड़ जाऊंगा -
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
मोहब्बत मुकम्मल हो ये ज़रूरी तो नहीं...!!!!
श्रीमद भागवत कथा व्यास साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया गोरखपुर
छेड़ता है मुझको यशोदा मैया
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴