==☆ तुम नया इतिहास रचो ☆==
तुम नया इतिहास रचो !
‘ राम ‘ नहीं बन सकते तुम
‘ केवट ‘ तो बन सकते हो ,
‘ कृष्ण ‘ नहीं बन सकते तुम
‘ सुदामा ‘ तो बन सकते हो ,
‘ भीष्म ‘ नहीं बन सकते तुम
‘ श्रवण ‘ तो बन सकते हो ,
नही हो ‘अर्जुन- भीम ‘ तो क्या
‘ एकलव्य ‘ का प्रतिमान बनो ,
तुम नया इतिहास रचो !
‘ गाँधी – बुद्ध ‘ नहीं बन सकते
‘ विद्या सागर ‘ बन सकते हो ,
‘ राणा प्रताप ‘ नहीं बन सकते
‘ आजाद-भगत ‘ तो बन सकते हो ,
‘ वीर शिवाजी ‘ नहीं बन सकते
‘ वीर हमीद ‘ तो बन सकते हो ,
‘ नहीं हो ‘ महापुरुष ‘ तो क्या
‘ पौरूषता ‘ की धार रखो ,
तुम नया इतिहास रचो !
‘ नानक – जीसस ‘ तुम्ही बनै हो
तुम्ही बने हो ‘ तेग बहादुर ;
‘ वीर शिवाजी ‘ तुम्ही बनै हो
तुम्ही बने हो ‘ लाल बहादुर ; ‘
‘ तुलसी- सूर ‘ तुम्ही बने हो
तुम्ही बने हो ‘ संत कबीर ;
नही जानते तुम अपने को
तो इनका ‘ इतिहास ‘ पढ्रो ;
तुम नया इतिहास रचो !