[[★ ग़ज़ल प्यार की इक बियाबान लिख दूँ ★]]
☘
ग़ज़ल प्यार की इक बियाबान लिख दूँ
अगर तुम कहो तो मे’री जान लिख दूँ
☘
लिखू शेर तुझ पर लिखू में कहानी
मुहब्बत दिलों की ये’वीरान लिख दूँ
☘
तुम्हे मान बैठा हूँ’ में तो ख़ुदाया
अगर मान लो तो में भगवान लिख दूँ
☘
तुम्ही से मुझे यार उल्फ़त हुई है
दिलों के सभी अब में अरमान लिख दूँ
☘
अगर हो भी जाये सनम मुझ से गलती
अग़र तुम कहो तो क्षमादान लिख दूँ
नितिन शर्मा