★★दिल किसीका कभीभी दुखाया न जायें★★
दिल किसीका कभीभी दुखाया न जायें
जख्म दिलका किसीको दिखाया न जायें
हो मुहब्बत छुपीसी किनारो पे दिल के
पार दिलके कभीभी बहाया न जायें
दिल किसीका कभीभी दुखाया न जायें
जख्म दिलका किसीको दिखाया न जायें !!
राह जो ये मुहब्बत की आसां नहीं
हर कोई जानता इसकी भाषा नहीं
हो अगर जानने वाला हाल-मुहब्बत
राज दिलका फिर उससे छुपाया न जायें
दिल किसीका कभीभी दुखाया न जायें
जख्म दिलका किसीको दिखाया न जायें !!
साथ गर जिंदगी में किसीका मिले
हात गर सामने कोई आकर बढे
हो रही हो मुकम्मल अगर जिंदगी
प्यार ऐसा कोई फिर गवायाँ न जायें
दिल किसीका कभीभी दुखाया न जायें
जख्म दिलका किसीको दिखाया न जायें
हो मुहब्बत छुपीसी किनारो पे दिल के
पार दिलके कभीभी बहाया न जायें
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गीत✍
शशिकांत शांडिले, नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०