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16 Aug 2022 · 1 min read

★प्रकृति: तथा तत्वबोधः★

परमात्मनि अनन्ता: शक्तयः सन्ति।सगुणं च निर्गुणं च एतस्य विशेषणे स्तः स्वरूपं न।संसारं ज्ञानस्य कृते संसारेण विलग: भवति।परमात्मानं ज्ञातुं परमात्मना अभिन्नं भवेयु:।संसारस्य किञ्चितमात्रापि आकर्षण भवति तु तं न ज्ञातुं शक्नोति।प्रकृत्या सह नीत्वा मनुष्यं भगवतः शरणं तु भवितुं शक्नोति। परं तत्वबोधः न प्राप्तं कर्तुं शक्नोति।

©®अभिषेक:पाराशर:

Language: Sanskrit
255 Views

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