★आओ बच्चों सब मिलकर गायें स्वरगीत★
आओ बच्चो सब मिलकर गायें स्वरगीत
अ से अनार के दाने लाल,,
बच्चों खाकर करो धमाल।।
आ से आम फलों का राजा,,
चुन्नू -मुन्नू आकर खा जा ।।
इ से इमली खट्टी होती,,
दादी इसकी चटनी बनाती।।
ई से ईख मीठी होती,,
गुड़ और चीनी इससे बनती।।
उ से उल्लू दिन में सोता,,
भोर होते देख गुम होता।।
ऊ से ऊन का गोला प्यारा,,
बच्चों इससे बनता स्वेटर हमारा।।
ऋ से ऋषि होता महान,,
जो जगत को देता ज्ञान।।
ए से एड़ी से हम चलते,,
इधर उधर हम खूब दौड़ते।।
ऐ से ऐनक घर मे लाते,,
दादा-दादी को पहनाते।।
ओ से ओखली में कुटो दाना,,
सब मिलकर गाओ गाना।।
औ से औरत घर मे रहती,,
परिवार का ख्याल है करती।।
अं से अंगूर के गुच्छे प्यारे,,
देखके लगता खा लूँ सारे।।
अ: तो होता है खाली,,
आओ बच्चों सब मिलकर बजाएं ताली।
गायत्री सोनू जैन मंदसौर