श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
खूबसूरत लम्हें जियो तो सही
97.8% से अधिक विद्वान साहित्यकार 24 घण्टे में एक बार 2-4 लाइ
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
प्रेम के खातिर न जाने कितने ही टाइपिंग सीख गए,
Anamika Tiwari 'annpurna '
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
*पढ़ने का साधन बना , मोबाइल का दौर (कुंडलिया)*
धिक्कार है धिक्कार है ...
कभी हमको भी याद कर लिया करो
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं