Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2023 · 1 min read

■ सोशल लाइफ़ का “रेवड़ी कल्चर” 😊

■ सोशल लाइफ़ का “रेवड़ी कल्चर” 😊

1 Like · 516 Views

You may also like these posts

सिलसिला
सिलसिला
Ramswaroop Dinkar
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख़्वाब और उम्मीदें
ख़्वाब और उम्मीदें
Kanchan Advaita
दोस्त
दोस्त
Rambali Mishra
मेघों का इंतजार है
मेघों का इंतजार है
VINOD CHAUHAN
न बन बादल कोई भरा
न बन बादल कोई भरा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
.
.
Shwet Kumar Sinha
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
Ajit Kumar "Karn"
शेर
शेर
पाण्डेय नवीन 'शर्मा'
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
यह कैसन सपेरा है
यह कैसन सपेरा है
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
घुंघट में
घुंघट में
C S Santoshi
जग में उदाहरण
जग में उदाहरण
Dr fauzia Naseem shad
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
एक अधूरी दास्तां
एक अधूरी दास्तां
Sunil Maheshwari
जय माता दी 🙏🚩
जय माता दी 🙏🚩
Neeraj Agarwal
फ़ानी है दौलतों की असलियत
फ़ानी है दौलतों की असलियत
Shreedhar
झूठे से प्रेम नहीं,
झूठे से प्रेम नहीं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
* मुक्तक* *
* मुक्तक* *
surenderpal vaidya
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
'अशांत' शेखर
मेरी कहानी मेरी जुबानी
मेरी कहानी मेरी जुबानी
Vandna Thakur
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
4577.*पूर्णिका*
4577.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मन में जिसके लग गई, प्रभु की गहरी प्यास (कुंडलिया)*
*मन में जिसके लग गई, प्रभु की गहरी प्यास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"पर्दा"
Dr. Kishan tandon kranti
घर के अंदर, घर से बाहर जिनकी ठेकेदारी है।
घर के अंदर, घर से बाहर जिनकी ठेकेदारी है।
*प्रणय*
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
Jatashankar Prajapati
Loading...