■ #मुक्तक
■ #मुक्तक
“हमने रामायण भुला दी दोस्तों,
इसलिए शंका है अब भी सामने।
हर दिशा से एक चिंगारी उठे,
हर दिशा लंका है अब भी सामने।।”
【प्रणय प्रभात】
■ #मुक्तक
“हमने रामायण भुला दी दोस्तों,
इसलिए शंका है अब भी सामने।
हर दिशा से एक चिंगारी उठे,
हर दिशा लंका है अब भी सामने।।”
【प्रणय प्रभात】