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28 Aug 2023 · 1 min read

■ #मुक्तक

■ #मुक्तक
“हमने रामायण भुला दी दोस्तों,
इसलिए शंका है अब भी सामने।
हर दिशा से एक चिंगारी उठे,
हर दिशा लंका है अब भी सामने।।”
【प्रणय प्रभात】

Language: Hindi
1 Like · 120 Views
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