💐प्रेम कौतुक-253💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम नादानं थे वक्त की,
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक भ्रम है, दोस्त,
या तो लाल होगा या उजले में लपेटे जाओगे
खेल सारा सोच का है, हार हो या जीत हो।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
कई वर्षों से ठीक से होली अब तक खेला नहीं हूं मैं /लवकुश यादव "अज़ल"
समझदार तो मैं भी बहुत हूँ,
यूंही नहीं बनता जीवन में कोई
23/136.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
//एक सवाल//
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
प्रियतम तुम हमको मिले ,अहोभाग्य शत बार(कुंडलिया)
मेरी भैंस को डण्डा क्यों मारा
मसला ये हैं कि ज़िंदगी उलझनों से घिरी हैं।
मां जब मैं रोजगार पाऊंगा।