■ धिक्कार है…
#ज़रखरीद_गुलाम
99 प्रतिशत मीडिया हाउस
【प्रणय प्रभात】
आप किसी भी न्यूज़ चैनल को खोल लें, एक सी स्थिति मिलेगी। पहले एक कार्यक्रम, बयान या घटना दिखाना, फिर दस दिन तक उसकी हास्यास्पद व्याख्या कर दर्शकों को बेवक़ूफ़ बनाना बिकाऊ मीडिया का दिन-रात का काम है। ख़ुद को नेशनल चैनल बताने के बावजूद गिने-चुने चार-छह राज्यों और दस-बीस नेताओं के इर्द-गिर्द सिमटे अधिकांश चैनल सिर्फ एजेंडा चलाने में जुटे है और सालाना अरबो का वारा-न्यारा कर रहे हैं। जिनका प्रतिकार और बहिष्कार एक दिन आप ख़ुद होते देखेंगे। देख लेना।।