दरअसल बिहार की तमाम ट्रेनें पलायन एक्सप्रेस हैं। यह ट्रेनों
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे ।
सामयिक साहित्य "इशारा" व "सहारा" दोनों दे सकता है। धूर्त व म
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
23/105.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
गीत- सवालों में ज़वाबों में...
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
संवेदना सहज भाव है रखती ।
स्त्री
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)