■ कभी मत भूलना…
■ कभी मत भूलना…
आपका सच आप स्वयं हैं। आपकी पहचान आपके कार्य और विचार हैं। आपकी परिभाषा आपके विचार व संस्कार देते हैं। आपका कृतित्व और व्यक्तित्व आप स्वयं निर्धारित करते हैं। कोई दूसरा नहीं।।
【प्रणय प्रभात】
■ कभी मत भूलना…
आपका सच आप स्वयं हैं। आपकी पहचान आपके कार्य और विचार हैं। आपकी परिभाषा आपके विचार व संस्कार देते हैं। आपका कृतित्व और व्यक्तित्व आप स्वयं निर्धारित करते हैं। कोई दूसरा नहीं।।
【प्रणय प्रभात】